इस्लाम से पहले के अरब वाक्य
उच्चारण: [ iselaam s phel kareb ]
उदाहरण वाक्य
- इस्लाम से पहले के अरब के पारम्परिक धर्म में एक देवी का नाम था।
- उत्तेजना में बोलते हुये उसके गाल दहक उठते-औरतों की जाहिली का सब फायदा उठाते हैं! जानवी, इल्म ताक़त है, जेहनी गुलामी से आज़ाद होना है तो इल्म हासिल करना ही पड़ेगा, ख़ासकर औरतों को! रोज़ एक नयी क़िताब पढ़कर मेरे पास आ बैठती-” जानती है, इस्लाम पर इस्लाम से पहले के अरब समाज का बहुत गहरा प्रभाव है.
- (सही बुखारी और सही मुस्लिम) मोहर्रम के रोज़े की फज़ीलत मोहर्रम के 10 वे दिन की एहमीयत बहुत ज़्यादा है और मूसा (अलैहिस्साम) ने रोज़ा रखा और उन के अनुयायियों ने भी रोज़ा रखा यहाँतक कि कुरैश (इस्लाम से पहले के अरब वासी) ने रोज़ा रखा और प्रिय रसूल (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) ने रोज़ा रखा और लोगों को इस रोज़े के रखने पर उत्साहित किया।